Shahjahanpur Hospital Gas Leak: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में रविवार को गैस लीक होने से अफरा-तफरी मच गई. यह घटना मेडिकल कॉलेज के एक वार्ड में उस समय हुई जब अचानक ऑक्सीजन सिलेंडर से गैस रिसाव की सूचना मिली. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की गई और सभी मरीजों को सुरक्षित रूप से वार्ड से बाहर निकाला गया. “गैस लीक की सूचना मिलते ही हमने तुरंत मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया. ऑक्सीजन प्लांट में गैस लीकेज होने के बाद अस्पताल में भगदड़ मच गई है. इस दौरान एक की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गया है और भगदड़ में हुई मौत के बाद पुलिस जांच में जुट गई है.
तत्काल कार्रवाई और मरीजों की सुरक्षागैस लीक की घटना रविवार दोपहर को हुई, जिसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने तुरंत आपातकालीन उपाय शुरू किए. मरीजों को वार्ड से बाहर निकालकर खुले क्षेत्र में स्थानांतरित किया गया और अग्निशमन विभाग को सूचित किया गया. अग्निशमन कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और गैस रिसाव को नियंत्रित किया. “हमने तुरंत गैस रिसाव को रोकने के लिए कदम उठाए और स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है.” अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने कहा. इस दौरान मरीजों और उनके परिजनों में दहशत का माहौल रहा लेकिन प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से कोई बड़ा हादसा टल गया.
अस्पताल प्रशासन की प्रतिक्रियामेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और गैस रिसाव के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं. प्रारंभिक जांच में ऑक्सीजन सिलेंडर की तकनीकी खराबी को इसका कारण माना जा रहा है. “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों. सभी उपकरणों की गहन जांच की जा रही है,” डॉ. राजेश कुमार ने आश्वासन दिया. मरीजों को वैकल्पिक वार्डों में स्थानांतरित किया गया है और अस्पताल में सामान्य चिकित्सा सेवाएं बहाल हो चुकी हैं.
समुदाय में चिंता और जागरूकता की जरूरतइस घटना ने मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े किए हैं. स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों ने अस्पतालों में सुरक्षा मानकों को और सख्त करने की मांग की है. यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीकी उपकरणों की नियमित जांच और रखरखाव की महत्ता को रेखांकित करती है. सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने चाहिए.
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