5 Things in Feet predict your liver: पिछले कुछ दशकों में लिवर संबंधी बीमारियों में तेजी से इजाफा हुआ है। 1970 के बाद से लिवर डिजीज के मामलों में 400 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। लिवर को शरीर की फैक्ट्री कहा जाता है, जो हमारे खून को साफ करने से लेकर पाचन तक, कई महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम देता है। लेकिन जब लिवर ठीक से काम नहीं करता, तो शरीर पर इसका प्रभाव दिखने लगता है। अक्सर लिवर की समस्याएं शुरुआती चरण में नजर नहीं आतीं, क्योंकि ये शरीर के अंदर होता है और इसके खराब होने के संकेत महीनों तक छिपे रह सकते हैं। लेकिन पैरों में कुछ बदलाव ऐसे होते हैं, जो लिवर की सेहत के बारे में चेतावनी देते हैं।
कैसे मिलता है लीवर खराबी का संकेत?द मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर एरिक वर्ग क्रिस्टोफर ने बताया है कि पैरों में कुछ विशेष लक्षण दिखने लगें, तो ये लिवर की खराबी का संकेत हो सकता है। अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचाना जाए, तो गंभीर बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।
पैरों में ये बदलाव बताते हैं लिवर है खराब- अगर पैरों में असामान्य खुजली हो, खासकर तलवों के निचले हिस्से में, तो यह लिवर डैमेज का शुरुआती संकेत हो सकता है। लिवर खराब होने पर शरीर में पित्त (Bile) का सही तरह से प्रवाह नहीं हो पाता, जिससे त्वचा में जलन और खुजली बढ़ सकती है।
- पैरों से लगातार बदबू आना भी लिवर की समस्या का संकेत हो सकता है। आमतौर पर इसे सामान्य माना जाता है, लेकिन अगर साफ-सफाई के बावजूद पैरों से तीव्र दुर्गंध आ रही है, तो यह लिवर के डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस में गड़बड़ी का नतीजा हो सकता है।
- अगर पैरों का निचला हिस्सा बार-बार गर्म महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज न करें। लिवर सही से काम न करे, तो शरीर में रक्त संचार प्रभावित होता है, जिससे पैरों में अधिक गर्मी महसूस हो सकती है।
- पैरों में सूजन और दर्द रहना भी लिवर की समस्या का संकेत हो सकता है। जब लिवर शरीर में तरल पदार्थों को ठीक से नियंत्रित नहीं कर पाता, तो पैरों में सूजन आने लगती है, जिससे दर्द बढ़ जाता है। यह संकेत लिवर फेल्योर की ओर भी इशारा कर सकता है।
- अगर पैरों के नाखून सफेद पड़ने लगें, तो यह संकेत करता है कि लिवर में कोई न कोई समस्या जरूर है। लिवर की बीमारियों में प्रोटीन का स्तर कम हो जाता है, जिससे नाखूनों का रंग बदलने लगता है।
- पैरों के नाखूनों में फंगल इंफेक्शन होना या त्वचा पर डेंट दिखाई देना भी लिवर की खराबी का इशारा करता है। कमजोर इम्यून सिस्टम और टॉक्सिन्स के अधिक जमाव के कारण यह समस्या बढ़ सकती है।
अगर पैरों में ये बदलाव नजर आ रहे हैं, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। शुरुआती चरण में ही लिवर की समस्या का पता लगने से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम और शराब-सिगरेट से दूरी बनाकर लिवर को स्वस्थ रखा जा सकता है। शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग की सेहत को लेकर सतर्क रहना ही लंबी और स्वस्थ जिंदगी की कुंजी है।
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