भारतीय ऑटो सेक्टर में इन दिनों जबरदस्त हलचल देखने को मिल रही है. वजह है जीएसटी 2.0 रिफॉर्म्स, जिसने न केवल टैक्स स्ट्रक्चर को बदला बल्कि सीधा असर गाड़ियों की कीमतों पर भी डाला है. इसका सबसे बड़ा फायदा मारुति सुजुकी की एंट्री-लेवल कार एस-प्रेसो को हुआ है. पहले तक हमेशा ये खिताब Alto K10 के पास था, लेकिन अब तस्वीर बदल गई है.
S-Presso बनी सबसे सस्ती कारलागू होने के बाद मारुति ने अपनी कई छोटी कारों की कीमतें कम कर दी है. इस लिस्ट में सबसे ज्यादा राहत एस-प्रेसो को मिली है, जिसकी शुरुआती कीमत अब घटकर सिर्फ 3.50 लाख रुपए रह गई है. वहीं ऑल्टो K10 की शुरुआती कीमत अब 3.70 लाख रुपए से शुरू होती है. यानी वो कार जो पिछले एक दशक से भारत की सबसे सस्ती कार कही जाती थी, अब एस-प्रेसो से महंगी हो गई है.
कीमत कम होने की वजहकीमत में गिरावट के पीछे एक अहम कारण है सेफ्टी फीचर्स में अंतर, दरअसल, सरकार ने नई गाड़ियों में 6 एयरबैग्स का स्टैंडर्ड नियम लागू किया है. ने Alto K10 और Celerio को इस अपडेट के साथ लॉन्च कर दिया है, लेकिन एस-प्रेसो अभी भी केवल 2 एयरबैग्स तक ही सीमित है. यही वजह है कि इसकी कीमत कम रखी गई है. यानी जिन खरीदारों को सबसे सस्ता ऑप्शन चाहिए, उनके लिए ये कार अभी भी एक आकर्षक डील है.
GST 2.0 का बड़ा असरपहली बार छोटी पेट्रोल कारों पर टैक्स स्लै में 10 प्रतिशत तक की कटौती की गई है. पहले जहां 28 प्रतिशत टैक्स लगता था, अब वो घटकर 18 प्रतिशत हो गया है. साथ ही सेस को भी हटाया गया है. इसका असर सीधा ऑन-रोड प्राइस पर पड़ा है. अगर इसे आसान भाषा में कहें तो आज भारत में कार खरीदना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है.
SUV-स्टाइल डिजाइन बनी USPदिलचस्प बात ये है कि भारत की सबसे सस्ती कार अब सिर्फ एक साधारण हैचबैक नहीं, बल्कि SUV-स्टाइल डिजाइन वाली है. एस-प्रेसो का ऊंचा स्टांस, बॉक्सी लुक और क्रॉसओवर स्टाइल इसे भीड़ से अलग बनाते हैं. यही वजह है कि टू-व्हीलर से कार पर शिफ्ट होने वाले लोग इसे ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
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