Diwali 2025: कल दिवाली का त्योहार है लेकिन सोने की कीमत ने सबको चौंका दिया है. धनतेरस वाले दिन यानी शनिवार को एमसीएक्स (MCX) पर सोने के दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट में 2 प्रतिशत की गिरावट आई. 10 ग्राम सोने का रेट गिरकर 1,27,320 रुपये पर बंद हुआ. अमेरिका में भी सोने का फ्यूचर 2 प्रतिशत से ज्यादा टूटकर 4,213.30 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. दिवाली से पहले सोने की कीमत में गिरावट का अहम कारण अमेरिकी डॉलर की मजबूती और अमेरिका-चीन के बीच की ट्रेड टेंशन कम होना है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाना टिकाऊ नहीं होगा. इससे निवेशक सोने का प्रॉफिट बुक करने लगेंगे.
स्पॉट मार्केट में 70 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी
हालांकि, इस साल सोने में शानदार तेजी का सिलसिला देखा गया. देश के स्पॉट मार्केट में 70 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई. ग्लोबल अनिश्चितताएं, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दर की कटौती की उम्मीद और ईटीएफ में इनवेस्टमेंट होना इसका कारण है. लेकिन अब माहौल बदल रहा है. जानकारों का कहना है कि इस साल सोने में आई तेजी पारंपरिक कारणों से नहीं बल्कि यह ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम में बड़ा बदलाव दिखाती है.
तनाव कम होने से सोने की कीमत पर दबाव बढ़ा
सोने की कीमत ग्लोबल पॉलिटिक्स, इकोनॉमिक्स और डॉलर की ताकत पर निर्भर करती है. इस साल अनिश्चितताओं ने इसे ऊपर की तरफ से धकेला. लेकिन अब तनाव कम होने से सोने की कीमत पर दबाव बढ़ा है. सेंट्रल बैंकों की तरफ से सोना लगातार खरीदा जा रहा है. लेकिन निवेशक सतर्क हैं. सोने के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद निवेशक इसे बेचने के बारे में सोच रहे हैं. सोने में निवेश करने वाले गोल्ड ईटीएफ से पैसा निकाल रहे हैं.
2026 में सोने के रेट को लेकर ग्रोक से पूछा सवाल
अगले साल दिवाली के मौके पर सोने की कीमत क्या रहेगी? इसको लेकर जब ग्रोक से सवाल पूछा गया कि बाबा वेंगा की भविष्यवाणी के आधार पर साल 2026 में दिवाली के मौके पर सोने का रेट क्या होगा? मौजूदा समय में सोने का दाम 1,30,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है. बाबा वेंगा की भविष्यवाणी के आधार पर ग्रोक ने बताया कि साल 2026 में ग्लोबल इकोनॉमिक क्राइसेस (‘कैश क्रश’) की संभावना से करेंसी सिस्टम, बैंकिंग संकट और मार्केट में लिक्विडिटी की कमी हो सकती है.
सोने की कीमत को लेकर क्या है अनुमान?
इस तरह के हालात में सोने जैसी सुरक्षित निवेश की मांग और बढ़ सकती है. दरअसल, लोग आर्थिक अस्थिरता से बचने के लिए सोने में निवेश करेंगे. आर्थिक संकट के दौरान सोने की कीमत पिछले कुछ समय के दौरान ही 20-50% तक बढ़ चुकी हैं. मौजूदा समय में यदि साल 2026 के दौरान बाबा वेंगा की भविष्यवाणी के अनुरूप मंदी आती है तो सोने की कीमत 25-40% तक बढ़ सकती है. इसका सीधा मतलब यह हुआ कि अगली दिवाली (अक्टूबर-नवंबर 2026) तक 10 ग्राम गोल्ड का रेट 1,62,500 से 1,82,000 रुपये के बीच पहुंच सकता है. यह अनुमान ग्लोबल आर्थिक अनिश्चितता और सोने की मांग में इजाफे पर बेस्ड है.
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