Lucknow, 17 सितंबर . भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने Wednesday को Prime Minister Narendra Modi को 75वें जन्मदिन की बधाई दी. दिनेश शर्मा ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि देश के विकास में उन्होंने अपना अतुलनीय योगदान दिया है.
BJP MP दिनेश शर्मा ने से बातचीत में कहा, “पीएम मोदी सिर्फ एक नाम नहीं हैं, वे एक आंदोलन हैं. पीएम मोदी को सिर्फ एक व्यक्ति के तौर पर नहीं, बल्कि एक संस्था के रूप में देखा जाता है. वे चमत्कार के पर्याय हैं, जिन्होंने देश के विकास में अपना अतुलनीय योगदान दिया और अपनी काबिलियत से न केवल दुनिया भर के देशों से अच्छे संबंध बनाए बल्कि एक वैश्विक नेता के रूप में भी काम किया है. पीएम मोदी एक ऐसे India का नेतृत्व कर रहे हैं, जो अब ब्रह्मोस मिसाइल बनाता है और जरूरत पड़ने पर शत्रुओं को उनके घर में घुसकर मारता भी है.”
अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पीएम मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पर दिनेश शर्मा ने कहा, “पीएम मोदी को एक वैश्विक नेता के रूप में मान्यता प्राप्त है और वे एक देश की सीमाओं तक सीमित नहीं हैं. दुनिया भर के कई देशों ने उन्हें सराहा और उनकी प्रशंसा की है.”
पूर्व Pakistanी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी द्वारा Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की प्रशंसा करने पर BJP MP ने कहा, “अगर उन्हें राहुल गांधी से इतना लगाव है तो वह उनके घर रहने लगें या फिर उन्हें Pakistan का सर्वोच्च पुरस्कार दे सकते हैं, लेकिन India में सम्मान सिर्फ वही लोग पाते हैं जो देश के लिए बोलते हैं. शाहिद अफरीदी जैसे लोगों की प्रशंसा से कोई बड़ा नहीं हो सकता या किसी की इज्जत कम नहीं हो सकती. राहुल गांधी का अपना एक सम्मान है, लेकिन मैं यही प्रार्थना करता हूं कि उनका Pakistan से प्रेम कम होना चाहिए.”
दिनेश शर्मा ने राजद नेता तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “बिहार चुनाव में तेजस्वी का जोश खत्म हो गया है और उनका प्रभाव कम हो गया है. दूसरे शब्दों में कहूं तो तेजस्वी की ताकत कम हो गई है और बिहार चुनाव के बाद विपक्ष के नेता के रूप में उनकी स्थिति भी खत्म हो जाएगी.”
दिनेश शर्मा ने नक्सलवाद को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे अभियान को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तारीफ की. उन्होंने कहा, “Union Minister अमित शाह एक दृढ़ संकल्प वाले और मजबूत इच्छाशक्ति वाले नेता हैं. उन्होंने देश से नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने का एक स्पष्ट रास्ता तय किया है. अब नक्सलियों के सामने दो ही ऑपशन हैं. पहला यह है कि वे संघर्ष करते हुए अपने जीवन को खत्म कर दें, या फिर दूसरा रास्ता यह है कि नक्सलवाद का रास्ता छोड़कर मूलधारा में शामिल हो जाएं.”
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एफएम/
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