By Jitendra Jangid- दोस्तो जहां एक तरफ पूर्वी सीमा पर पाकिस्तान भारत से जंग लड़ रहा हैं, वहीं इसका फायदा उठाते हुए पाकिस्तान की पूर्वी सीमा पर गंभीर आंतरिक सुरक्षा संकट सामने आ रहा है। लंबे समय से उग्रवाद से परेशान बलूचिस्तान क्षेत्र में हिंसा में नाटकीय वृद्धि देखी गई है, बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) पाकिस्तानी सैन्य बलों पर हमले तेज कर रहे हैं, आइए जानते हैं इसकी पूरी डिटेल्स-

कई समन्वित हमले
बीएलए ने बलूचिस्तान में पांच अलग-अलग स्थानों पर हमले किए, जिनमें क्वेटा, उथल, सोहबतपुर, पंजगुर और अन्य क्षेत्र शामिल हैं। ये हमले हाल के महीनों में बलूच विद्रोहियों द्वारा किए गए सबसे संगठित और व्यापक हमलों में से एक हैं।
क्षेत्र पर नियंत्रण का दावा किया
कम से कम तीन प्रमुख सशस्त्र बलूच समूहों ने प्रांत के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर नियंत्रण का दावा किया है, जो बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सरकार की खराब होती पकड़ को उजागर करता है।
विद्रोह के दृश्य प्रतीक
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें और वीडियों में पाकिस्तानी राष्ट्रीय ध्वज को उतारकर उसकी जगह बलूच राष्ट्रीय ध्वज लगाया जा रहा है, जो विद्रोह का एक शक्तिशाली प्रतीक है।

हताहत और झड़पें
गुरुवार और शुक्रवार को विद्रोहियों और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के बीच झड़पों के दौरान विस्फोटों और गोलीबारी की एक श्रृंखला की सूचना मिली। क्वेटा के फैजाबाद क्षेत्र में एक पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला किया गया, जबकि सिब्बी में एक सैन्य शिविर पर ग्रेनेड से हमला किया गया।
लक्षित बमबारी अभियान
बीएलए ने केच जिले के दश्तुक क्षेत्र में एक बम निरोधक दस्ते पर रिमोट-नियंत्रित आईईडी हमले की जिम्मेदारी भी ली, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम एक पाकिस्तानी सैनिक की मौत हो गई।
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