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लगातार दूसरे दिन गिरा सोने का भाव, जानें 26 सितंबर 2025 का ताजा रेट

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सोने की कीमतों में हाल ही में आई तेजी और ऑल-टाइम हाई तक पहुँचने के बाद शुक्रवार, 26 सितंबर 2025 को लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली। इंडियन बुलियन एसोसिएशन (IBA) के अनुसार, 24 कैरेट सोना आज 1,14,800 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 1,05,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बिक रहा है। वहीं चांदी का रेट भी 1,43,000 रुपये प्रति किलो पर दर्ज किया गया है। एमसीएक्स पर हालात थोड़े अलग रहे, जहां सोने में हल्की बढ़त दर्ज की गई। 24 कैरेट सोने का भाव 0.06 प्रतिशत बढ़कर 1,13,943 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि चांदी 0.08 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,36,950 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रही है।

शहरवार सोने और चांदी के भाव

दिल्ली: 24 कैरेट सोना 1,15,030 रुपये, 22 कैरेट सोना 1,05,450 रुपये प्रति 10 ग्राम।


मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरू, कोलकाता: 24 कैरेट सोना 1,14,800 रुपये, 22 कैरेट सोना 1,05,300 रुपये प्रति 10 ग्राम।
अहमदाबाद और पुणे: 24 कैरेट सोना 1,14,430 रुपये, 22 कैरेट सोना 1,05,350 रुपये प्रति 10 ग्राम।


चांदी की कीमत सभी प्रमुख शहरों में लगभग समान स्तर पर है, जो 1,43,000 रुपये प्रति किलो के आसपास कारोबार कर रही है।

निवेश और ज्वैलरी में अंतर

24 कैरेट सोना मुख्य रूप से निवेश के लिए खरीदा जाता है, जबकि 18 और 22 कैरेट सोना ज्वैलरी बनाने में अधिक इस्तेमाल होता है। त्योहारी सीजन की बढ़ती मांग और अंतरराष्ट्रीय बाजार में टैरिफ को लेकर अनिश्चितता ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है।

सोना लंबे समय से महंगाई के मुकाबले बेहतर रिटर्न देने वाला निवेश विकल्प माना गया है। जब महंगाई बढ़ती है या शेयर बाजार अस्थिर होता है, तो निवेशक सोने में सुरक्षा और स्थायित्व की तलाश करते हैं। यही कारण है कि सोने और चांदी की मांग हमेशा बनी रहती है।

सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक


अंतरराष्ट्रीय बाजार: सोने और चांदी की कीमतें मुख्य रूप से अमेरिकी डॉलर में तय होती हैं। डॉलर-रुपया विनिमय दर में बदलाव का सीधा असर स्थानीय कीमतों पर पड़ता है। डॉलर मजबूत होने या रुपया कमजोर होने पर भारत में सोने की कीमत बढ़ जाती है।

आयात और कर: भारत में अधिकांश सोना आयातित होता है। आयात शुल्क (Import Duty), जीएसटी और अन्य स्थानीय टैक्स सीधे तौर पर कीमतों को प्रभावित करते हैं।

वैश्विक परिस्थितियाँ: युद्ध, आर्थिक मंदी, ब्याज दरों में बदलाव जैसी वैश्विक घटनाएं सोने और चांदी के भाव को प्रभावित करती हैं। अनिश्चितता के समय निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर जाते हैं, जिससे सोने की मांग बढ़ती है।

इस तरह, सोना और चांदी की कीमतें रोज़ाना अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों बाजारों में उठापटक के साथ बदलती रहती हैं। निवेशक और ज्वैलर्स दोनों को इन रुझानों पर लगातार नजर रखना जरूरी है।

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