यूरिक एसिड की समस्या और जोड़ दर्द आजकल आम हो गई हैं। यह अधिकतर भोजन, लाइफस्टाइल और अनियमित दिनचर्या के कारण होता है। आयुर्वेद में करेला (Bitter Gourd) को इन समस्याओं से राहत दिलाने वाला प्राकृतिक उपाय माना जाता है। करेला जूस न केवल यूरिक एसिड कम करता है बल्कि जोड़ों के दर्द और सूजन को भी घटाने में मदद करता है।
करेला जूस के फायदे
करेला जूस शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को संतुलित करता है, जिससे जोड़ों में दर्द और सूजन कम होती है।
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गठिया और अन्य जोड़ दर्द की समस्या को कम करने में मदद करते हैं।
करेला का सेवन ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित करता है, जो यूरिक एसिड की समस्या वाले लोगों के लिए फायदेमंद है।
करेला जूस शरीर की गंदगी को बाहर निकालने और किडनी फंक्शन सुधारने में मदद करता है।
करेला जूस का सही इस्तेमाल
- ताजा जूस बनाएं: 1-2 छोटे करेलों का जूस रोज़ सुबह खाली पेट लें।
- साथ में नींबू डालें: स्वाद बढ़ाने और एंटीऑक्सिडेंट गुणों को बढ़ाने के लिए जूस में नींबू मिलाएँ।
- मीठा न डालें: चीनी या शहद न डालें, क्योंकि यह यूरिक एसिड को बढ़ा सकता है।
सावधानियाँ
- ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पेट में गैस या हल्का अपच हो सकता है।
- गर्भवती या शुगर के मरीज डॉक्टर की सलाह के बिना जूस न पिएँ।
- यदि आप किसी दवा पर हैं तो पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
करेला जूस यूरिक एसिड और जोड़ दर्द से राहत पाने का एक प्राकृतिक उपाय है। सही मात्रा और नियमित सेवन से आप अपने जोड़ों की सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
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