इस्लामाबाद: पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान में खौफ का माहौल है। इससे पहले भारत, पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक को अंजाम दे चुका है, लिहाजा पाकिस्तान को डर सता रहा है कि इस बार भी भारत, पाकिस्तान में घुसकर हमला कर सकता है। इस हमले में भारत ने अपने 28 नागरिकों को खोया है, लिहाजा देश में भारी गुस्सा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सऊदी अरब का दौरा बीच में ही छोड़कर वापस लौट आए हैं। भारत के गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर में मौजूद हैं, जिसे देखते हुए पाकिस्तानी एयरफोर्स ने भारत के साथ सीमा पर अपनी सैन्य स्थिति को काफी हद तक बढ़ा दिया है। इंडियन डिफेंस रिसर्च विंग यानि IDRW की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी एयरफोर्स ने सीमा पर सतर्क निगरानी बनाए रखने के लिए अपने साब एरीये एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) एयरक्राफ्ट को तैनात कर दिया है। इसका मतलब है कि भारत और पाकिस्तान की सीमा पर हाई अलर्ट हो चुका है और पाकिस्तान को आशंका है कि भारत हमला कर सकता है।हालांकि हम इस दावे की पुष्टि नहीं कर रहे हैं, लेकिन कई तरह के दावे किए गये हैं। जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी एयरफोर्स को भारतीय सीमा पर होने वाले हलचल, इंडियन एयरफोर्स की सक्रियता और भारतीय कम्युनिकेशन पर नजर बनाकर रखने के लिए कहा गया है और इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस (ELINT) प्लेटफार्मों के इस्तेमाल का सुझाव दिया गया है। साब का AEW&C सिस्टम क्या है, इसकी तैनाती का क्या मतलब है?पाकिस्तान वायुसेना की तरफ से साब एरीआई (Erieye system) एईडब्लूएंडसी की तैनाती, जो साब 2000 प्लेटफॉर्म पर आधारित एक सोफिस्टिकेटेड हवाई रडार सिस्टम है, उससे भारतीय हवाई क्षेत्र में होने वाली सैन्य गतिविधियों की निगरानी करना है। एरीआई प्रणाली (Erieye system), लंबी दूरी पर मौजूद विमान, मिसाइलों और जमीनी लक्ष्यों का पता लगाने में सक्षम होता है। ये सिस्टम वास्तविक समय की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करता है, जिससे पाकिस्तान वायुसेना को अपनी हवाई सुरक्षा को प्रभावी ढंग से कॉर्डिनेशन में मदद मिलेगी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सूत्रों ने दावा किया है, कि पाकिस्तान वायुसेना ने संभावित भारतीय जवाबी कार्रवाई के खिलाफ एक एहतियातन उपाय किए है। जिसमें राजस्थान से जम्मू सेक्टर तक फैली भारतीय सीमा के पास एडब्ल्यूएसीएस ऑपरेशन शुरू किया गया है।Erieye system की तैनाती का साफ मतलब है कि पाकिस्तान किसी भी तरह का कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहता है। पलवामा हमले (2019) के बाद भारत ने पाकिस्तान को घर में घुसकर मारा था। वहीं इस बार पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े एक आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसकी पूरी दुनिया में निंदा की जा रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से टेलीफोन पर बात की है, जबकि अमेरिका के उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस इस वक्त भारत में ही हैं। वहीं इजरायल से लेकर कई यूरोपीय देशों ने भी इस आतंकवादी हमले की निंदा की है। पाकिस्तानी वायु सेना कर रही जवाबी हमले की तैयारी?सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गये दावों के मुताबिक, जिसकी हम पुष्टि नहीं करते हैं, उनमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने दक्षिणी वायु कमान से उत्तरी वायु कमान में अपनी एयर फोर्स परिसंपत्तियों को भारतीय सीमा के करीब फिर से तैनात किया जा रहा है। कथित तौर पर हवाई ठिकानों को सक्रिय किया जा रहा है, और भारतीय सैन्य संचार को बाधित करने और उसका विश्लेषण करने के लिए ELINT प्लेटफार्मों का उपयोग किया जा रहा है। पाकिस्तान की इन हरकतों से संकेत मिलता है कि अगर भारत हमला करता है, तो वो प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार है। पाकिस्तानी वायुसेना की 2019 में भारत की तरफ से किए गये एयरस्ट्राइक के बाद काफी फजीहत हुई थी। उस वक्त भारत ने बालाकोट में हमला किया था, जिसमें आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। लिहाजा मौजूदा लामबंदी से पता चलता है कि इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) सहित पाकिस्तान का सैन्य नेतृत्व, भारत से इसी तरह की जवाबी हमले की उम्मीद कर रहा है। खासकर पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की भड़काऊ बयानबाजी के बाद दोनों देशों के संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं, जिसमें उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की "गले की नस" बताया था।
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