रश्मि खत्री, देहरादून: मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में आज मौसम शुष्क बना रहेगा। इसके साथ ही सोमवार को ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान है। जिससे प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में दो दिनों तक आंशिक बादल छाने के साथ ही हल्की बारिश और बर्फबारी होने के आसार हैं। जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट आ सकती है।
उत्तराखंड में इन दिनों मौसम शुष्क बना हुआ है और पहाड़ से लेकर मैदान तक धूप खिल रही है। जिसकी वजह से तापमान भी अधिक बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज बदल सकता है।
शनिवार को देहरादून सहित अधिकांश क्षेत्रों में सुबह से चटक धूप खिली रही। दोपहर के समय गर्मी महसूस की गई। तापमान भी सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। शाम के समय आंशिक बादल मंडराने लगे।
पर्वतीय क्षेत्रों में भी दिन भर धूप खिली रही। हालांकि सुबह और शाम के समय ठिठुरन बढ़ गई है। कहीं-कहीं पर पाला पड़ने से ठंड में इजाफा हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज प्रदेश भर में मौसम शुष्क बना रहेगा।
सोमवार को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आने का अनुमान है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में आंशिक बादल छाने के साथ ही हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। ऊंची चोटियों पर बर्फबारी होने से तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आ सकती है।
उत्तराखंड में इन दिनों मौसम शुष्क बना हुआ है और पहाड़ से लेकर मैदान तक धूप खिल रही है। जिसकी वजह से तापमान भी अधिक बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज बदल सकता है।
शनिवार को देहरादून सहित अधिकांश क्षेत्रों में सुबह से चटक धूप खिली रही। दोपहर के समय गर्मी महसूस की गई। तापमान भी सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। शाम के समय आंशिक बादल मंडराने लगे।
पर्वतीय क्षेत्रों में भी दिन भर धूप खिली रही। हालांकि सुबह और शाम के समय ठिठुरन बढ़ गई है। कहीं-कहीं पर पाला पड़ने से ठंड में इजाफा हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज प्रदेश भर में मौसम शुष्क बना रहेगा।
सोमवार को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आने का अनुमान है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में आंशिक बादल छाने के साथ ही हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। ऊंची चोटियों पर बर्फबारी होने से तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आ सकती है।
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