नई दिल्ली: कंज्यूमर गुड्स पर जीएसटी कटौती (GST Rate Cut) का तोहफा मिलने ही वाला है। जीएसटी के रेट में कमी करने का फैसला सरकारी स्तर पर हो चुका है। यह फैसला इसी महीने 22 तारीख से लागू हो रहा है। इसी समय नवरात्रे की शुरुआत हो रही है। तभी से त्योहारी मौसम के लिए खरीदारी भी शुरु हो जाएगी। उस समय बाजार में सप्लाई की कोई कमी नहीं हो, इसके लिए कार, दोपहिया वाहन और इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने वाली कंपनियां उत्पादन बढ़ा रही हैं।
फैक्ट्रियों में 25% तक सामान बनेगा ज्यादाहमारे सहयोगी ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कार, टू व्हीलर और इलेक्ट्रॉनिक गुड्स बनाने वाली कंपनियां इस समय करीब 25% तक ज्यादा सामान बनाएंगी। उन्हें उम्मीद है कि GST (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) में कटौती से इन चीजों की मांग बढ़ेगी। यह मांग इस साल क्रिसमस तक बनी रह सकती है।
छोटी कार बनाने वाली कंपनियां ज्यादा खुशसरकार के जीएसटी कटौती के फैसले से छोटी कार बनाने वाली कंपनियां तो कुछ ज्यादा ही खुश हैं। उन्हें लगता है कि अगामी 22 सितंबर के बाद जो बढ़ी हुई मांग निकलेगी, वह लंबे समय तक बनी रहेगी। एक कार डीलर का तो कहना है कि अभी से ही जिस तरह से पूछताछ हो रही है, उन्हें लगता है कि नवरात्रे और दिवाली में तो लोग कार खरीदने के लिए शोरूम में उमड़ पड़ेंगे। तब नए ऑर्डर की झड़ी लग जाएगी। उल्लेखनीय है कि पिछले पांच सालों से छोटी कार की बिक्री कम हो रही थी।
टीवी बनाने वाली कंपनियां भी खुशजिन कंपनियों के पास बड़े स्क्रीन वाले टीवी आदि का स्टॉक है, उन्हें सबसे ज्यादा फायदा होगा। क्योंकि इन वस्तुओं पर GST की दर सबसे ज्यादा घटी है। Haier Appliances India के अध्यक्ष सतीश NS के अनुसार, ये फायदा अगले 2-3 महीनों में होगा। उन्होंने बताया, "लोग 32 इंच से बड़े स्क्रीन वाले टीवी खरीदेंगे, क्योंकि दोनों की कीमतों में अंतर कम हो जाएगा। इसलिए, हम 43 इंच और उससे बड़े टीवी का उत्पादन 20% से ज्यादा बढ़ा रहे हैं।"
ऑटो कंपनियां भी बढ़ा रही हैं प्रोडक्शनऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के एक बड़े अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर ईटी को बताया कि सितंबर के अंत से कम से कम 4-6 हफ्तों तक यात्री वाहनों की बिक्री अच्छी रहेगी। उन्होंने कहा, "उत्पादन निश्चित रूप से बढ़ेगा। Maruti Suzuki, Hyundai और Tata Motors जैसी कंपनियों को फायदा होगा। इन कंपनियों के पास छोटी कारें हैं। वे अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाएंगी।" एक अन्य अधिकारी ने बताया कि लगभग सभी ऑटो कंपनियां उत्पादन बढ़ा रही हैं। हालांकि, फैक्ट्रियों से सामान की डिलीवरी GST की नई दरें लागू होने तक रोकी जा सकती है।
एसी फैक्ट्री भी पूरी क्षमता से काम करेंगीGodrej Enterprises के एप्लायंस बिजनेस के हेड कमल नंदी का कहना है कि कंज्यूमर अप्लायेंस बेचने वाले कारोबारी AC का स्टॉक अक्टूबर से ही करना शुरू कर सकते हैं। आमतौर पर ये कारोबारी दिसंबर से इसका स्टॉक करते हैं। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि कम कीमतों के कारण कुछ लोग पहले ही AC खरीद लेंगे। मांग में बढ़ोतरी से फैक्ट्रियां पूरी क्षमता से काम करेंगी ताकि बढ़ी हुई मांग को पूरा किया जा सके।
कुछ कंपनियों का सतर्क रूखकुछ इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां सावधान हैं और वे सतर्क रूख अपना रहीं हैं। उन्हें लगता है कि क्रिसमस के बाद इन वस्तुओं की मांग कम हो जाएगी और सामान्य हो जाएगी। एक बड़ी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी के CEO का कहना है कि इसका असर कम समय के लिए हो सकता है। उन्होंने साल 2018 में होम एप्लायंस पर GST में कटौती का उदाहरण दिया। उस समय जीएसटी दर में कटौती के बावजूद मांग सिर्फ दो महीने के लिए बढ़ी थी। उन्होंने बताया, " इस साल अगस्त के मध्य से ही बिक्री धीमी हो गई है और आगामी 21 सितंबर तक ऐसी ही रहेगी। इसलिए, एक महीने की रुकी हुई मांग, दिवाली और शादी के सीजन से दिसंबर तिमाही तक बिक्री बढ़ेगी।"
फैक्ट्रियों में 25% तक सामान बनेगा ज्यादाहमारे सहयोगी ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कार, टू व्हीलर और इलेक्ट्रॉनिक गुड्स बनाने वाली कंपनियां इस समय करीब 25% तक ज्यादा सामान बनाएंगी। उन्हें उम्मीद है कि GST (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) में कटौती से इन चीजों की मांग बढ़ेगी। यह मांग इस साल क्रिसमस तक बनी रह सकती है।
छोटी कार बनाने वाली कंपनियां ज्यादा खुशसरकार के जीएसटी कटौती के फैसले से छोटी कार बनाने वाली कंपनियां तो कुछ ज्यादा ही खुश हैं। उन्हें लगता है कि अगामी 22 सितंबर के बाद जो बढ़ी हुई मांग निकलेगी, वह लंबे समय तक बनी रहेगी। एक कार डीलर का तो कहना है कि अभी से ही जिस तरह से पूछताछ हो रही है, उन्हें लगता है कि नवरात्रे और दिवाली में तो लोग कार खरीदने के लिए शोरूम में उमड़ पड़ेंगे। तब नए ऑर्डर की झड़ी लग जाएगी। उल्लेखनीय है कि पिछले पांच सालों से छोटी कार की बिक्री कम हो रही थी।
टीवी बनाने वाली कंपनियां भी खुशजिन कंपनियों के पास बड़े स्क्रीन वाले टीवी आदि का स्टॉक है, उन्हें सबसे ज्यादा फायदा होगा। क्योंकि इन वस्तुओं पर GST की दर सबसे ज्यादा घटी है। Haier Appliances India के अध्यक्ष सतीश NS के अनुसार, ये फायदा अगले 2-3 महीनों में होगा। उन्होंने बताया, "लोग 32 इंच से बड़े स्क्रीन वाले टीवी खरीदेंगे, क्योंकि दोनों की कीमतों में अंतर कम हो जाएगा। इसलिए, हम 43 इंच और उससे बड़े टीवी का उत्पादन 20% से ज्यादा बढ़ा रहे हैं।"
ऑटो कंपनियां भी बढ़ा रही हैं प्रोडक्शनऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के एक बड़े अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर ईटी को बताया कि सितंबर के अंत से कम से कम 4-6 हफ्तों तक यात्री वाहनों की बिक्री अच्छी रहेगी। उन्होंने कहा, "उत्पादन निश्चित रूप से बढ़ेगा। Maruti Suzuki, Hyundai और Tata Motors जैसी कंपनियों को फायदा होगा। इन कंपनियों के पास छोटी कारें हैं। वे अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाएंगी।" एक अन्य अधिकारी ने बताया कि लगभग सभी ऑटो कंपनियां उत्पादन बढ़ा रही हैं। हालांकि, फैक्ट्रियों से सामान की डिलीवरी GST की नई दरें लागू होने तक रोकी जा सकती है।
एसी फैक्ट्री भी पूरी क्षमता से काम करेंगीGodrej Enterprises के एप्लायंस बिजनेस के हेड कमल नंदी का कहना है कि कंज्यूमर अप्लायेंस बेचने वाले कारोबारी AC का स्टॉक अक्टूबर से ही करना शुरू कर सकते हैं। आमतौर पर ये कारोबारी दिसंबर से इसका स्टॉक करते हैं। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि कम कीमतों के कारण कुछ लोग पहले ही AC खरीद लेंगे। मांग में बढ़ोतरी से फैक्ट्रियां पूरी क्षमता से काम करेंगी ताकि बढ़ी हुई मांग को पूरा किया जा सके।
कुछ कंपनियों का सतर्क रूखकुछ इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां सावधान हैं और वे सतर्क रूख अपना रहीं हैं। उन्हें लगता है कि क्रिसमस के बाद इन वस्तुओं की मांग कम हो जाएगी और सामान्य हो जाएगी। एक बड़ी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी के CEO का कहना है कि इसका असर कम समय के लिए हो सकता है। उन्होंने साल 2018 में होम एप्लायंस पर GST में कटौती का उदाहरण दिया। उस समय जीएसटी दर में कटौती के बावजूद मांग सिर्फ दो महीने के लिए बढ़ी थी। उन्होंने बताया, " इस साल अगस्त के मध्य से ही बिक्री धीमी हो गई है और आगामी 21 सितंबर तक ऐसी ही रहेगी। इसलिए, एक महीने की रुकी हुई मांग, दिवाली और शादी के सीजन से दिसंबर तिमाही तक बिक्री बढ़ेगी।"
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