नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के डीन ऑफ स्टूडेंट्स कार्यालय ने बुधवार को इंटरनल कमिटी इलेक्शन के परिणामों की ऑफिशियल घोषणा की। इस चुनाव में तीन प्रतिनिधियों का चयन ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी सेक्शन से किया गया है। डीन ऑफ स्टूडेंट्स मनुराधा चौधरी ने कहा कि यूजी सेक्शन से गर्विता गांधी, पीजी सेक्शन से श्रुति वर्मा और पीएचडी से परन अमितावा को छात्र प्रतिनिधि के रूप में चुना गया है। ये तीनों स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी की इंटरनल कमिटी में अपने-अपने सेक्शन का प्रतिनिधित्व करेंगे।
4 नवंबर को हुई थी वोटिंगजेएनयू इंटरनल कमिटी इलेक्शन के लिए मंगलवार को वोटिंग हुई थी। 25 अक्टूबर को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी ने इलेक्शन का शेड्यूल जारी किया था। 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की गई। इसके बाद 4 नवंबर को मतदान संपन्न हुआ। मंगलवार को नए केंद्रीय पैनल और स्कूल पार्षदों के लिए भी मतदान हुआ। जेएनयू में लगभग 67 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने मत का इस्तेमाल किया। मतदान सुबह 9 बजे शुरू हुआ और दिन भर चला। केंद्रीय पैनल के चार पदों (अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव) के लिए कुल 20 उम्मीदवार चुनाव में उतरे हैं।
6 नवंबर को आएंगे अंतिम नतीजेसमिति के अनुसार, इस साल 9,043 छात्र मतदान के पात्र थे। मतदान के बाद मंगलवार रात को मतगणना शुरू हुई। बुधवार सुबह नतीजे घोषित किए गए। हालांकि, अंतिम परिणाम 6 नवंबर को आएंगे। जेएनयू की आंतरिक समिति में 9 सदस्य होते हैं। यह इंटरनल शिकायत समिति भी कहलाती है। तीन छात्रों को भी इस समिति में हिस्सा बनाया जाता है, लेकिन उनका चयन चुनाव के जरिए होता है। तीन छात्रों में दो महिला और एक पुरुष को शामिल किया जाता है। अन्य छह सदस्यों का चयन प्रशासन करता है। हालांकि, इस बार छात्र प्रतिनिधियों के चुनाव में नियमों को लेकर विवाद हुआ। यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट भी गया। हाईकोर्ट ने JNU के उस फैसले को बरकरार रखा, जिसमें यौन उत्पीड़न के मामलों से निपटने वाली आंतरिक समिति (आईसी) के छात्र प्रतिनिधियों के चुनाव में छात्रों को मतदान करने की अनुमति दी गई थी।
4 नवंबर को हुई थी वोटिंगजेएनयू इंटरनल कमिटी इलेक्शन के लिए मंगलवार को वोटिंग हुई थी। 25 अक्टूबर को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी ने इलेक्शन का शेड्यूल जारी किया था। 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की गई। इसके बाद 4 नवंबर को मतदान संपन्न हुआ। मंगलवार को नए केंद्रीय पैनल और स्कूल पार्षदों के लिए भी मतदान हुआ। जेएनयू में लगभग 67 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने मत का इस्तेमाल किया। मतदान सुबह 9 बजे शुरू हुआ और दिन भर चला। केंद्रीय पैनल के चार पदों (अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव) के लिए कुल 20 उम्मीदवार चुनाव में उतरे हैं।
6 नवंबर को आएंगे अंतिम नतीजेसमिति के अनुसार, इस साल 9,043 छात्र मतदान के पात्र थे। मतदान के बाद मंगलवार रात को मतगणना शुरू हुई। बुधवार सुबह नतीजे घोषित किए गए। हालांकि, अंतिम परिणाम 6 नवंबर को आएंगे। जेएनयू की आंतरिक समिति में 9 सदस्य होते हैं। यह इंटरनल शिकायत समिति भी कहलाती है। तीन छात्रों को भी इस समिति में हिस्सा बनाया जाता है, लेकिन उनका चयन चुनाव के जरिए होता है। तीन छात्रों में दो महिला और एक पुरुष को शामिल किया जाता है। अन्य छह सदस्यों का चयन प्रशासन करता है। हालांकि, इस बार छात्र प्रतिनिधियों के चुनाव में नियमों को लेकर विवाद हुआ। यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट भी गया। हाईकोर्ट ने JNU के उस फैसले को बरकरार रखा, जिसमें यौन उत्पीड़न के मामलों से निपटने वाली आंतरिक समिति (आईसी) के छात्र प्रतिनिधियों के चुनाव में छात्रों को मतदान करने की अनुमति दी गई थी।
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