मुंबई/परभणी: महाराष्ट्र के परभणी जिले में बहू से तंग आकर सास के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। एक डॉक्टर बेटे की शादी के बाद बहू ने नौकरी करने की जिद पकड़ ली। उसने कहा कि क्या वह घर में चौकीदार की तरह बैठी रहे। इस बात से परेशान होकर और अपनी मां के उकसाने पर बहू ने सास को प्रताड़ित करने लगी। आरोप है कि इससे तंग आकर सास ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बहू सुषमा शिसोदे और उसकी मां गंगुबाई अंबादास कचवे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
हमारे सहयोगी महाराष्ट्र टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला नंदकुमार सिसोदे के परिवार से जुड़ा है। नंदकुमार पुलिस में कार्यरत हैं और उनकी पत्नी अनुराधा सिसोदे उपकोषागार अधिकारी थीं। उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी, दोनों ही डॉक्टर हैं। उनका परिवार अच्छी तरह से शिक्षित और आर्थिक रूप से संपन्न है। नंदकुमार सिसोदे ने अपने बेटे की शादी अप्रैल 2025 में दैथाना की एक लड़की से कर दी।
शादी के बाद सुषमा सिसोदे कुछ दिनों तक तो ठीक रहीं, लेकिन उसके बाद उन्होंने अपने पति और ससुराल वालों पर जोर देना शुरू कर दिया कि वह भी काम करना चाहती हैं। इस पर घर वालों ने कहा कि घर में सभी लोग नौकरीपेशा हैं, तो तुम्हें काम करने की क्या जरूरत है? उन्होंने उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन बहू सुषमा ने बहस करते हुए कहा कि मैं तुम्हारे घर में यूं ही क्यों बैठी रहूं, क्या मैं तुम्हारे घर में चौकीदार हूं? सुषमा ने अपने ससुराल वालों की बात नहीं मानी, इसलिए परिवार ने उसके करीबी रिश्तेदारों को बुलाया। रिश्तेदारों ने भी सुषमा को समझाने की कोशिश की।
लेकिन सुषमा ने अपनी मां गंगूबाई कचवे के कहने पर ही काम किया। सुषमा ने किसी की नहीं सुनी, बल्कि अपनी सास को परेशान करना शुरू कर दिया। इससे सास अनुराधा सिसोदे मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगीं। उनके घर में किसी चीज की कमी नहीं थी, पैसों की भी कोई कमी नहीं थी, लेकिन वे इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रही थीं क्योंकि उनकी बहू के व्यवहार के कारण घर का माहौल बिगड़ रहा था। और बहू सुषमा अपनी जिद पर अड़ी हुई थी और सब पर भारी पड़ रही थी।
आखिरकार इन सब से तंग आकर सास अनुराधा सिसोदे ने 19 सितंबर को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका अनुराधा सिसोदे के पास से मौत से पहले लिखा एक नोट भी मिला है। बताया जा रहा है कि इस नोट में बहू और उसकी मां का जिक्र है। परभणी के कोतवाली पुलिस स्टेशन में बहू सुषमा सिसोदे और उसकी मां गंगूबाई अंबादास कच्छवे के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
हर समस्या का है हल
मन में सुसाइड का ख्याल आए तो मनोचिकित्सक से बात करके आप अपनी समस्या का हल खोज सकते हैं। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 है, जहां आप 24X7 संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा और भी कई हेल्पलाइन नंबर्स हैं जहां आप संपर्क कर सकते हैं। सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय की हेल्पलाइन- 1800-599-0019 (13 भाषाओं में है) इंस्टीट्यूट ऑफ़ ह्यमून बिहेवियर एंड एलाइड साइंसेज-9868396824, 9868396841, 011-22574820 हितगुज हेल्पलाइन, मुंबई- 022- 24131212 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस-080 - 26995000
क्या है पूरा मामला?
हमारे सहयोगी महाराष्ट्र टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला नंदकुमार सिसोदे के परिवार से जुड़ा है। नंदकुमार पुलिस में कार्यरत हैं और उनकी पत्नी अनुराधा सिसोदे उपकोषागार अधिकारी थीं। उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी, दोनों ही डॉक्टर हैं। उनका परिवार अच्छी तरह से शिक्षित और आर्थिक रूप से संपन्न है। नंदकुमार सिसोदे ने अपने बेटे की शादी अप्रैल 2025 में दैथाना की एक लड़की से कर दी।
शादी के बाद सुषमा सिसोदे कुछ दिनों तक तो ठीक रहीं, लेकिन उसके बाद उन्होंने अपने पति और ससुराल वालों पर जोर देना शुरू कर दिया कि वह भी काम करना चाहती हैं। इस पर घर वालों ने कहा कि घर में सभी लोग नौकरीपेशा हैं, तो तुम्हें काम करने की क्या जरूरत है? उन्होंने उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन बहू सुषमा ने बहस करते हुए कहा कि मैं तुम्हारे घर में यूं ही क्यों बैठी रहूं, क्या मैं तुम्हारे घर में चौकीदार हूं? सुषमा ने अपने ससुराल वालों की बात नहीं मानी, इसलिए परिवार ने उसके करीबी रिश्तेदारों को बुलाया। रिश्तेदारों ने भी सुषमा को समझाने की कोशिश की।
लेकिन सुषमा ने अपनी मां गंगूबाई कचवे के कहने पर ही काम किया। सुषमा ने किसी की नहीं सुनी, बल्कि अपनी सास को परेशान करना शुरू कर दिया। इससे सास अनुराधा सिसोदे मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगीं। उनके घर में किसी चीज की कमी नहीं थी, पैसों की भी कोई कमी नहीं थी, लेकिन वे इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रही थीं क्योंकि उनकी बहू के व्यवहार के कारण घर का माहौल बिगड़ रहा था। और बहू सुषमा अपनी जिद पर अड़ी हुई थी और सब पर भारी पड़ रही थी।
आखिरकार इन सब से तंग आकर सास अनुराधा सिसोदे ने 19 सितंबर को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका अनुराधा सिसोदे के पास से मौत से पहले लिखा एक नोट भी मिला है। बताया जा रहा है कि इस नोट में बहू और उसकी मां का जिक्र है। परभणी के कोतवाली पुलिस स्टेशन में बहू सुषमा सिसोदे और उसकी मां गंगूबाई अंबादास कच्छवे के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
हर समस्या का है हल
मन में सुसाइड का ख्याल आए तो मनोचिकित्सक से बात करके आप अपनी समस्या का हल खोज सकते हैं। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 है, जहां आप 24X7 संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा और भी कई हेल्पलाइन नंबर्स हैं जहां आप संपर्क कर सकते हैं। सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय की हेल्पलाइन- 1800-599-0019 (13 भाषाओं में है) इंस्टीट्यूट ऑफ़ ह्यमून बिहेवियर एंड एलाइड साइंसेज-9868396824, 9868396841, 011-22574820 हितगुज हेल्पलाइन, मुंबई- 022- 24131212 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस-080 - 26995000
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