नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने स्पेशल सेल की साइबर यूनिट IFSO के SI करमवीर सिंह को 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी SI 2010 बैच का है। आरोप है कि पीड़ित के खातों को डी फ्रिज करने के लिए 5 लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। विजिलेंस यूनिट की तरफ से मंगलवार को इस बाबत जानकारी दी गई कि एक पीड़ित विष्णु बिश्नोई ने अपने वकील विशाल सोजित्रा के साथ ऑफिस आकर SI करमवीर सिंह द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने की शिकायत दर्ज कराई।
खातों को कर दिया फ्रीज
विजिलेंस यूनिट ने बताया कि आरोपी SI एक केस का आईओ है। उसने पीड़ित विष्णु के बैंक खाते सहित कई अन्य संबंधित खातों को फ्रीज कर दिया था। इसके बाद शिकायतकर्ता को धारा 35(3) BNSS के तहत एक नोटिस मिला। जिसमें उन्हें जांच में शामिल होने को कहा गया। पीड़ित और उनके वकील ने कहा कि वे IFSO ऑफिस में कई बार हाजिर हुए। जांच में सहयोग किया।
खातों को डी फ्रीज करने के लिए मांगी रिश्वत
SI करमवीर सिंह ने उनके बैंक खाते/खातों को डी-फ्रीज करने के लिए 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। बैंक खाते को डी-फ्रीज करने के संबंध में शिकायतकर्ता का आवेदन कोर्ट में लंबित है। 23 सितंबर को SI करमवीर सिंह ने शिकायतकर्ता को 2 लाख रुपये की पहली किस्त लेने के लिए सेक्टर 14, द्वारका मेट्रो स्टेशन पर बुलाया। करमवीर अपनी निजी कार से मेट्रो स्टेशन आया।
SI ने भागने की कोशिश
शिकायतकर्ता को अंदर बैठने के लिए कहा और कार चलाने लगे। विजिलेंस टीम ने कार का पीछा किया। लगभग दो किमी के बाद विजिलेंस टीम द्वारका में कार को रोकने में कामयाब रही। SI ने भागने की कोशिश की लेकिन विजिलेंस टीम ने उसे काबू कर लिया। उसकी कार के डैशबोर्ड से दो लाख रुपये की रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली।
खातों को कर दिया फ्रीज
विजिलेंस यूनिट ने बताया कि आरोपी SI एक केस का आईओ है। उसने पीड़ित विष्णु के बैंक खाते सहित कई अन्य संबंधित खातों को फ्रीज कर दिया था। इसके बाद शिकायतकर्ता को धारा 35(3) BNSS के तहत एक नोटिस मिला। जिसमें उन्हें जांच में शामिल होने को कहा गया। पीड़ित और उनके वकील ने कहा कि वे IFSO ऑफिस में कई बार हाजिर हुए। जांच में सहयोग किया।
खातों को डी फ्रीज करने के लिए मांगी रिश्वत
SI करमवीर सिंह ने उनके बैंक खाते/खातों को डी-फ्रीज करने के लिए 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। बैंक खाते को डी-फ्रीज करने के संबंध में शिकायतकर्ता का आवेदन कोर्ट में लंबित है। 23 सितंबर को SI करमवीर सिंह ने शिकायतकर्ता को 2 लाख रुपये की पहली किस्त लेने के लिए सेक्टर 14, द्वारका मेट्रो स्टेशन पर बुलाया। करमवीर अपनी निजी कार से मेट्रो स्टेशन आया।
SI ने भागने की कोशिश
शिकायतकर्ता को अंदर बैठने के लिए कहा और कार चलाने लगे। विजिलेंस टीम ने कार का पीछा किया। लगभग दो किमी के बाद विजिलेंस टीम द्वारका में कार को रोकने में कामयाब रही। SI ने भागने की कोशिश की लेकिन विजिलेंस टीम ने उसे काबू कर लिया। उसकी कार के डैशबोर्ड से दो लाख रुपये की रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली।
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