इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सेना इस समय कई मोर्चे पर फंसी हुई है। खैबर-पख्तूनख्वा में जहां पाकिस्तानी तालिबान (TTP) ने मुनीर की सेना के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है तो बलूचिस्तान में सशस्त्र बलूच विद्रोही संगठन लगातार हमले कर रहे हैं। इस बीच एक बलूच नेता ने पाकिस्तान पर बड़ा हमला बोला है। बलूच नेता मीर यार बलूच ने पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व पर डबल गेम खेलने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही पाकिस्तान पर इस्लामिक एकता के खिलाफ काम करने का आरोप भी लगाया है, जो गैर-मुस्लिम ताकतों का एजेंट बनकर काम करता है।
मीर यार बलूच ने कहा कि पाकिस्तान के पंजाबी जनरल पश्चिमी दुनिया के सामने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में भागीदार होने का करते रहे, वहीं दूसरी तरफ गुप्त रूप से चरमपंथी नेटवर्क को पोषित करते हुए पश्चिम के ही हितों को कमजोर करते रहे। पाकिस्तानी जनरलों ने आतंकवाद से लड़ाई ने काम पर अरबों डॉलर की सैन्य और विकास सहायता हड़प ली, जिसका उद्देश्य सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत करना और दक्षिण में प्रॉक्सी वॉर को फंडिंग करना था।
मुस्लिम एकता के खिलाफ पाकिस्तान
मीर यार बलूच ने आगे कहा कि इतिहास ने दिखा दिया है कि पाकिस्तान ने मुस्लिम जगत की एकता और प्रगति के खिलाफ काम किया है। अपने बनने के समय से ही पाकिस्तान गैर-मुस्लिम ताकों का एजेंट बनकर काम करता रहा है। उन्होंने बताया कि किस तरह से पाकिस्तान आज कंगाली के भंवर में फंसा हुआ है, जिसके ऊफर 26 ट्रिलियन रुपये से ज्यादा का विदेशी कर्ज है। पाकिस्तान के इकनॉमी पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय कर्ज पर डूबी हुई है।
पाकिस्तान से रिश्ते तोड़े दुनिया
बलूच नेता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि अब दुनिया को पाकिस्तान से नाता तोड़ लेना चाहिए और उसकी सैन्य तानाशाही की फंडिंग करना बंद कर देना चाहिए। इसके बजाय, अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बलूचिस्तान गणराज्य को मान्यता देनी चाहिए और उसमें निवेश करना चाहिए। जो प्राकृतिक संसाधनों और सामरिक संभावनाओं से भरा हुआ है।
मीर यार बलूच ने कहा कि पाकिस्तान के पंजाबी जनरल पश्चिमी दुनिया के सामने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में भागीदार होने का करते रहे, वहीं दूसरी तरफ गुप्त रूप से चरमपंथी नेटवर्क को पोषित करते हुए पश्चिम के ही हितों को कमजोर करते रहे। पाकिस्तानी जनरलों ने आतंकवाद से लड़ाई ने काम पर अरबों डॉलर की सैन्य और विकास सहायता हड़प ली, जिसका उद्देश्य सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत करना और दक्षिण में प्रॉक्सी वॉर को फंडिंग करना था।
मुस्लिम एकता के खिलाफ पाकिस्तान
मीर यार बलूच ने आगे कहा कि इतिहास ने दिखा दिया है कि पाकिस्तान ने मुस्लिम जगत की एकता और प्रगति के खिलाफ काम किया है। अपने बनने के समय से ही पाकिस्तान गैर-मुस्लिम ताकों का एजेंट बनकर काम करता रहा है। उन्होंने बताया कि किस तरह से पाकिस्तान आज कंगाली के भंवर में फंसा हुआ है, जिसके ऊफर 26 ट्रिलियन रुपये से ज्यादा का विदेशी कर्ज है। पाकिस्तान के इकनॉमी पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय कर्ज पर डूबी हुई है।
पाकिस्तान से रिश्ते तोड़े दुनिया
बलूच नेता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि अब दुनिया को पाकिस्तान से नाता तोड़ लेना चाहिए और उसकी सैन्य तानाशाही की फंडिंग करना बंद कर देना चाहिए। इसके बजाय, अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बलूचिस्तान गणराज्य को मान्यता देनी चाहिए और उसमें निवेश करना चाहिए। जो प्राकृतिक संसाधनों और सामरिक संभावनाओं से भरा हुआ है।
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