Tenant rights against landlord harassment : भारत में किराए पर घर लेना सिर्फ एक सौदा नहीं,बल्कि एक कानूनी प्रक्रिया है। अक्सर किराएदार अपने अधिकारों के बारे में नहीं जानते और मकान मालिक की मनमानी का शिकार हो जाते हैं। लेकिन कानून ने आपको कई ऐसे अधिकार दिए हैं जो आपको बेवजह की परेशानियों से बचाते हैं।केंद्र सरकार ने'आदर्श किराएदारी अधिनियम, 2021' (Model Tenancy Act, 2021)बनाकर इन अधिकारों को और भी मजबूत किया है। भले ही इसे लागू करना राज्यों पर निर्भर है,लेकिन एक किराएदार के तौर पर आपको अपने ये मौलिक अधिकार पता ही होने चाहिए।1.आपको जब चाहे घर से नहीं निकाला जा सकतायह किराएदार का सबसे बड़ा अधिकार है। मकान मालिक आपको अपनी मर्जी से जब चाहे घर खाली करने के लिए नहीं कह सकता। उसे ऐसा करने के लिए एक ठोस और कानूनी वजह बतानी होगी,जैसे:अगर आपने लगातार दो महीने या उससे ज्यादा समय से किराया नहीं दिया है।अगर आप घर का गलत इस्तेमाल (जैसे कमर्शियल काम) कर रहे हैं।अगर आपने रेंट एग्रीमेंट की किसी शर्त को तोड़ा है।अगर मकान मालिक या उसके परिवार को खुद रहने के लिए उस घर की सच में जरूरत है।2.बिना नोटिस के कोई एक्शन नहींअगर मकान मालिक आपको निकालना भी चाहता है,तो उसे पहले आपको एक लिखित नोटिस देना होगा। नोटिस पीरियड कितना होगा,यह आमतौर पर आपके रेंट एग्रीमेंट में लिखा होता है। यहां तक कि अगर आपका एग्रीमेंट खत्म भी हो गया हो,तब भी मकान मालिक आपको बिना कोर्ट के आदेश के जबरन बाहर नहीं निकाल सकता।3.सिक्योरिटी डिपॉजिट पर भी हैं नियममकान मालिक आपसे मनमाना सिक्योरिटी डिपॉजिट नहीं मांग सकता। नए नियमों के मुताबिक:घर के लिए:सिक्योरिटी डिपॉजिट दो महीने के किराए से ज्यादा नहीं हो सकता।दुकान या ऑफिस के लिए:यह छह महीने के किराए से ज्यादा नहीं हो सकता।जब आप घर खाली करते हैं,तो मकान मालिक को आपका सिक्योरिटी डिपॉजिट समय पर वापस करना होता है। अगर घर में कोई नुकसान हुआ है,तो उसकी मरम्मत का पैसा काटकर बाकी रकम आपको लौटानी होगी।4.आपकी प्राइवेसी सबसे जरूरी हैकिराए का घर आपका अपना स्पेस है और आपकी प्राइवेसी का सम्मान होना चाहिए। मकान मालिक बिना वजह आपके घर में नहीं आ सकता।अगर उसे किसी काम से आना है,तो उसे कम से कम24घंटे पहले आपको बताना होगा।आने का समय भी सुबह7बजे से रात8बजे के बीच ही होना चाहिए।हां,किसी इमरजेंसी की स्थिति में वह बिना बताए आ सकता है।5.बिजली-पानी काटने का हक नहींयह बहुत जरूरी अधिकार है। अगर आपका मकान मालिक से किराए को लेकर कोई विवाद चल भी रहा है,तब भी वह आपकी बिजली,पानी या दूसरी जरूरी सेवाओं को बंद नहीं कर सकता। ये मूलभूत सुविधाएं आपको मिलनी ही चाहिए।कुछ और जरूरी बातें:रिपेयरिंग की जिम्मेदारी:घर में होने वाले बड़े मरम्मत (जैसे दीवार में सीलन,ढांचागत खराबी) की जिम्मेदारी मकान मालिक की होती है।रेंट एग्रीमेंट जरूर बनवाएं:हमेशा लिखित और रजिस्टर्ड रेंट एग्रीमेंट ही बनवाएं। यह किसी भी विवाद की स्थिति में आपके लिए सबसे बड़ा सबूत होता है।अपने इन अधिकारों को जानकर आप एक जिम्मेदार किराएदार बन सकते हैं और किसी भी तरह की मनमानी से खुद को बचा सकते हैं।
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