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हमारे शरीर में होने वाले छोटे-छोटे बदलाव अक्सर बड़ी बीमारियों का संकेत देते हैं। खासकर पेशाब में होने वाले बदलाव स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं। आमतौर पर पेशाब का रंग पारदर्शी या हल्का पीला होता है। हालाँकि, विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह लाल दिखाई देने लगे, तो यह खतरनाक हो सकता है।
डॉ. जय वर्मा के अनुसार, चुकंदर, जामुन जैसे कुछ खाद्य पदार्थों या कुछ दवाओं के सेवन से पेशाब का रंग लाल हो सकता है। लेकिन अगर पेशाब में लगातार खून दिखाई दे, तो इस स्थिति को हेमट्यूरिया कहते हैं और यह गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है।
संभावित कारण
गुर्दे की पथरी - मूत्र मार्ग में चोट लगने के कारण रक्तस्राव हो सकता है।
मूत्र मार्ग में संक्रमण - संक्रमण के कारण सूजन और खून दिखाई दे सकता है।
मूत्राशय या गुर्दे का कैंसर - पेशाब में खून आना शुरुआती अवस्था में एक लक्षण है।
गुर्दे की बीमारी - अगर गुर्दे ठीक से काम नहीं कर रहे हैं, तो पेशाब का रंग बदल जाता है।
रक्त के थक्के जमने की समस्या - अंदरूनी चोट या खून के थक्के जमने के कारण खून दिखाई दे सकता है।
आपको चिकित्सा सहायता कब लेनी चाहिए?
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर पेशाब में लालिमा दो दिनों में ठीक न हो या दर्द, जलन, बुखार, वज़न कम होना या बार-बार पेशाब आना जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना ज़रूरी है।
आप इसके बारे में क्या कर सकते हैं?
पर्याप्त पानी पिएँ
संतुलित आहार लें
शराब और ज़्यादा नमक से बचें
बार-बार होने वाले मूत्रमार्ग संक्रमण (यूटीआई) को नज़रअंदाज़ न करें
नियमित स्वास्थ्य जाँच करवाएँ
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि पेशाब में लालिमा को कभी भी मामूली लक्षण न समझें। समय पर जाँच और इलाज से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।
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