विजयादशमी के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुजरात के भुज में हैं। उन्होंने भुज में शस्त्र पूजा की। दशहरा मनाने के लिए तीनों सेनाओं (नौसेना, वायु सेना और थल सेना) के जवानों के बीच पहुँचकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात की धरती से पड़ोसी पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश भी दिया। उन्होंने कहा, "हमारे देवी-देवताओं की मूर्तियों को ध्यान से देखिए; उनके एक हाथ में शास्त्र और दूसरे में शस्त्र हैं।"
भुज में शस्त्र पूजा। https://t.co/tbbPVx8nw0
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 2, 2025
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे देवी-देवता हमें सिखाते हैं कि शास्त्रों की रक्षा केवल शस्त्रों से ही की जा सकती है। यदि हमारे पास ज्ञान है, लेकिन उसकी रक्षा करने की शक्ति नहीं है, तो वह ज्ञान भी नष्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि हमारे पास केवल शस्त्र हैं और उन्हें निर्देशित करने के लिए ज्ञान नहीं है, तो वह शक्ति अराजकता में बदल जाएगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि शास्त्रों और शस्त्रों के बीच संतुलन ही हमारी सभ्यता को जीवंत और अजेय बनाता है।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, हमारे सशस्त्र बलों ने यह प्रदर्शित किया कि हमारे पास भारत की संप्रभुता को चुनौती देने वाली ताकतों का, चाहे वे कहीं भी छिपी हों, शिकार करने और उन्हें खत्म करने की शक्ति है। रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर दुनिया की कोई भी ताकत हमारी संप्रभुता को चुनौती देगी, तो भारत चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि आज का भारत किसी भी समस्या से निपटने और उसे परास्त करने की क्षमता रखता है, चाहे वह आतंकवाद हो या कोई अन्य।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, पाकिस्तान ने लेह से लेकर सर क्रीक क्षेत्र तक भारत की रक्षा प्रणाली में सेंध लगाने का असफल प्रयास किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने अपनी जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणालियों को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने दुनिया को यह संदेश दिया है कि भारतीय सेनाएँ जब चाहें, जहाँ चाहें और जैसे चाहें, पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुँचा सकती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि अपनी क्षमताओं के बावजूद, हमने संयम बरता क्योंकि हमारी सैन्य कार्रवाई आतंकवाद के विरुद्ध थी। रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य स्थिति को बढ़ाना और युद्ध शुरू करना नहीं था। मुझे खुशी है कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के सभी सैन्य उद्देश्यों को सफलतापूर्वक हासिल किया। उन्होंने दोहराया कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है।
कोई भी दुस्साहस इतिहास और भूगोल बदल देगा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज़ादी के 78 साल बाद भी सर क्रीक क्षेत्र में सीमा विवाद को उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने बार-बार बातचीत के ज़रिए इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की है, लेकिन पाकिस्तान की नीयत खोखली और अस्पष्ट है। रक्षा मंत्री ने कहा कि सर क्रीक से सटे इलाकों में पाकिस्तान द्वारा हाल ही में किए गए सैन्य बुनियादी ढाँचे के विस्तार से उसकी मंशा का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भारत की सीमाओं की सतर्कता से रक्षा कर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने पड़ोसी देश को चेतावनी दी कि सर क्रीक क्षेत्र में पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का करारा जवाब दिया जाएगा जो इतिहास और भूगोल दोनों बदल देगा। उन्होंने कहा कि 1965 के युद्ध में भारतीय सेना ने लाहौर तक पहुँचने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया था। आज, 2025 में, पाकिस्तान को याद रखना चाहिए कि कराची जाने का एक रास्ता इसी खाड़ी से होकर गुजरता है।
रिकॉर्ड समय में अंजाम दिया गया ऑपरेशन सिंदूर
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह हमारी सेनाओं की एकजुटता ही थी जिसकी बदौलत ऑपरेशन सिंदूर रिकॉर्ड समय में पूरा हो सका। विजयादशमी के अवसर पर उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए अपने बहादुर सैनिकों और अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा, ‘‘आपकी रणनीति, आपके साहस और आपकी क्षमता ने यह साबित कर दिया कि भारत हर परिस्थिति में दुश्मन को परास्त करने में सक्षम है।’’ रक्षा मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि सेना का साहस और पराक्रम भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करता रहेगा।
You may also like
नोएडा : फर्जी लोन दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो शातिर गिरफ्तार, 128 एटीएम कार्ड और 77 सिम बरामद
मैसूर दशहरा का सफल आयोजन: सीएम सिद्धारमैया ने बानू मुश्ताक को किया धन्यवाद
नोएडा : डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 43 लाख की ठगी, आरोपी को राजस्थान से दबोचा गया
6 अक्टूबर को मचेगी तबाही! दिल्ली-NCR, यूपी, पंजाब में भारी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट
पलौड़ा में महात्मा गांधी की 156वीं जयंती श्रद्धा और उत्साह से मनाई गई