अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के प्रभाव से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में नमी आने का सिलसिला लगातार जारी है। इस वजह से मध्य प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार को हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, यह प्रणाली अगले कुछ दिनों तक सक्रिय रहने की संभावना है, जिससे राज्य के कई क्षेत्रों में मानसूनी गतिविधियां बनी रह सकती हैं।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक प्रदेश के कई शहरों में वर्षा दर्ज की गई। बैतूल में सर्वाधिक 34 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि रतलाम में 28, छिंदवाड़ा में 24 मिलीमीटर बारिश का रिकॉर्ड रहा। पचमढ़ी और सीधी में तीन-तीन मिलीमीटर, श्योपुर में दो मिलीमीटर और नौगांव में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। यह आंकड़े स्थानीय लोगों के लिए मौसम की असामान्य गतिविधियों का संकेत हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह बारिश मुख्य रूप से पश्चिमी विक्षोभ और नमी भरे पश्चिमी वायुओं के कारण हो रही है। इन वायुओं के कारण राज्य के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में बादलों का निर्माण हुआ, जिससे हल्की और कभी-कभी मध्यम बारिश दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस दौरान कुछ क्षेत्रों में तेज हवाओं और हल्की बौछारों की संभावना बनी रह सकती है।
स्थानीय लोगों ने इस बारिश को स्वागत योग्य बताया है, क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों से राज्य के कई हिस्सों में गर्मी और शुष्क मौसम छाया हुआ था। किसानों के लिए यह बारिश विशेष रूप से फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि खरीफ फसलों के लिए नमी की मात्रा अत्यंत आवश्यक होती है। वहीं, शहरी क्षेत्रों में अचानक हुई बारिश ने ट्रैफिक और दिनचर्या में हल्की कठिनाइयां भी पैदा की।
मौसम विभाग ने बताया कि आगामी दिनों में मध्य प्रदेश में कुछ इलाकों में आंशिक बादल और हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी। विशेष रूप से दक्षिणी और पश्चिमी जिलों में अगले 48 से 72 घंटों में मौसम अनुकूल रहने की संभावना है। इसके साथ ही अधिकारियों ने लोगों को चेतावनी दी है कि अचानक हुई बारिश के दौरान सड़क मार्ग पर सावधानी बरतें और नदी-नालों के पास असावधानी न बरतें।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बारिश प्राकृतिक तौर पर मानसून के प्रभाव का हिस्सा है। इस मौसम प्रणाली से नमी के स्तर में वृद्धि हो रही है और यह बारिश आने वाले दिनों में भी कई हिस्सों में जारी रह सकती है। इसके चलते जलस्तर में भी हल्की वृद्धि देखने को मिल सकती है।
राज्य प्रशासन ने भी इस बारिश को देखते हुए स्थानीय अधिकारियों को अलर्ट पर रखा है। आपदा प्रबंधन टीम ने कहा कि किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और जरूरत पड़ने पर स्थानीय अधिकारियों से मदद लें।
इस प्रकार, मध्य प्रदेश में मौसम की यह गतिविधि एक बार फिर राज्यवासियों के लिए ताजगी और राहत लेकर आई है। आने वाले दिनों में बारिश और मौसम की स्थिति पर लोगों की नजर बनी हुई है।
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