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हिसार : कैमरी व घिराय के पास ड्रेन फिर टूटी, सैकड़ों एकड़ में जलभराव

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जलभराव के कारण कई गांवों में हालात बिगड़े, घरों को छोड़ सुरक्षित ठिकानों

पर ली शरण

बरसाती पानी की निकासी नहीं होने पर मिर्जापुर के ग्रामीणों ने लगाया जाम

हिसार, 3 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के कई इलाकों में पिछले पांच दिन से रूक-रूककर

बारिश होने का सिलसिला जारी है। अत्यधिक बारिश व जलभराव के कारण जिले के कई गांवों

में हर दिन हालात खराब होते जा रहे हैं। जिले के गांव कैमरी तथा घिराय के पास ड्रेन

फिर से टूट गई, जिसके कारण सैंकड़ों एकड़ में ड्रेन का पानी फैलने से खेत डूब गए। ड्रेन

के कारण कई ढाणियों को खाली करना पड़ा। जिले के कई गांवों में रिहायशी कॉलोनियों में

भी पानी घुस चुका है। लोग पानी में कैद होकर रह गए हैं। उधर, बरसाती पानी की निकासी

नहीं होने से गांव मिर्जापुर के ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने बुधवार काे मिर्जापुर खरकड़ी के मध्य

जमा लगा दिया। ग्रामीणों ने करीब तीन घंटे तक जमा लगाए रखा। सूचना मिलने पर डीसी अनीश

यादव मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समस्या को सुना और डीसी ने संबंधित अधिकारियों को

पानी निकासी के निर्देश दिए। डीसी के आदेश पर जल निकासी के लिए मोटर भी गांव में तुरंत

पहुंच गई। सुलखनी–मिर्जापुर व राजली सड़क बारिश के पानी में डूब चुकी है। लोगों को आवागमन में

भारी दिक्कत उठानी पड़ रही है।

जुगलान गांव में 11 मकान गिरे

लगातार हो रही बारिश के चलते गांव जुगलान में मंगलवार की रात्रि करीब 10 बजे

के 11 मकान गिर गए। गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नही हुआ। हालांकि कुछ लोगों

का सामान मकान की छत गिरने और दीवार गिरने से दब गया। कुलदीप पंच बेरवाल, अर्जुन मुवाल,

विनोद बेरवाल, मनीराम, सोनू इंदोरा, सलीम इंदोरा, रामकुंवर, राजकुमार काजला आदि अन्य

के मकान गिर गए। आपदा से पीड़ितों परिवारों ने सरकार और जिला प्रशासन से मुआवजा दिए

जाने की मांग की है।

मिर्जापुर में बस्ती डूबी, पांच परिवारों का पलायन

बारिश के कारण हुए जलभराव से गांव मिर्जापुर में महात्मा गांधी बस्ती पूरी

तरह से डूब गई। बस्ती के तकरीबन सभी मकानों में पानी घुस चुका है। बस्ती पूरी तरह से

पानी से घिर चुकी है। यहां से बचाव के लिए ग्रामीण घर छोड़कर दूसरी जगहों पर शिफ्ट हो

गए। गांव के पूर्व पंच नरेश ने बताया कि करीब पांच घर सामान सहित सुरक्षित स्थान पर

जाकर शरण लिए हुए हैं। इसके अलावा गांव बुगाना तथा सुलखनी में भी बस्ती जलमग्न है।

घिराय ड्रेन तीसरी बार टूटी

क्षमता से अधिक पानी आने से घिराय-खरकड़ी में तीसरी बार फिर से ड्रेन टूट गई।

इस कारण फसलें जलमग्न हो गई। खरकड़ी गांव के मनजीत बूरा ने बताया कि गांव की बाहरी

आबादी, मुख्य गलियों में पानी ही अपनी नजर आ रहा है। खेत जल मग्न हो गए हैं।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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