–न्यायाभाः न्याय की किरण के दूसरे संस्करण का हुआ विमोचनप्रयागराज, 20 मई . उच्च न्यायालय इलाहाबाद की ई पत्रिका न्यायाभाः न्याय की किरण के दूसरे संस्करण का विमोचन उच्च न्यायालय इलाहाबाद के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अरुण भंसाली के संरक्षण में ए आई असिस्टेंड लीगल ट्रांसलेशन एडवाइजरी एवं ई लॉ रिपोर्ट समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अजित कुमार एवं न्यायमूर्ति विक्रम डी चौहान ने किया. ए आई असिस्टेड लीगल ट्रांसलेशन एडवाइजरी एवं ई लॉ रिपोर्ट समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अजित कुमार एवं सदस्य न्यायमूर्ति विक्रम डी चौहान द्वारा डिजिटल ई पत्रिका के प्रकाशन अवसर पर समिति के अंतर्गत संचालित सुवास प्रकोष्ठ के सभी सदस्यों एवं इस पत्रिका के संपादक मण्डल को पत्रिका के दूसरे अंक के सफलता पूर्वक प्रकाशन के लिए बधाई दी. न्यायमूर्ति विक्रम डी चौहान ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य विधिक ज्ञान को लोकतांत्रिक बनाना और इलाहाबाद उच्च न्यायालय की समृद्ध विधिक विरासत को पाठकों के लिए सरलता से उपलब्ध कराना था. उन्होंने कहा कि यह एक अग्रणी पहल है जो न्यायमूर्ति अजित कुमार की अध्यक्षता में ए आई असिस्टेड लीगल ट्रांसलेशन एडवाइजरी और ई लॉ समिति द्वारा संचालित की गई है.उन्होंने त्रैमासिक पत्रिका के विचार को साकार करने के लिए मुख्य न्यायमूर्ति अरुण भंसाली एवं अजित कुमार को धन्यवाद ज्ञापित किया. न्यायमूर्ति अजित कुमार ने मुख्य न्यायमूर्ति अरुण भंसाली के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुस्तक का प्रकाशन हिन्दी में विधिक जानकारी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. जो न्यायिक इतिहास में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करता हैं. उन्होंने यह भी साझा किया कि ई पत्रिका इलाहाबाद उच्च न्यायालय की आधिकारिक वेबसाइट पर मुफ्त उपलब्ध होगी. मुख्य संपादक दिवाकर द्विवेदी ने संपादक विवेक श्रीवास्तव और सह संपादक डॉ अनुपम श्रीवास्तव को धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने कहा डिजिटल प्रारूप को प्रदान करके हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि विधिक ज्ञान समाज के हर कोने तक पहुंचे.
कार्यक्रम में प्रभारी महानिबंधक रोहित रघुवंशी एवं अरविन्द वर्मा संयुक्त निबंधक न्यायिक उपस्थित रहे. संपादक विवेक श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की सफलता का श्रेय पदेन सदस्यों विनोद कुमार त्रिपाठी, डॉ अनुपम श्रीवास्तव एवं मनीष कुमार सिंह तथा सुवास प्रकोष्ठ में कार्यरत समस्त अधिकारियों कर्मचारियों को दिया. साथ ही उनके योगदान के लिए विधि प्रतिवेदकों गौरी दुबे, निधि वर्मा, अर्चना सिंह, यावर मुख्तार, आशीष कुमार तथा ग्राफिक डिसाईनर श्लोक रंजन, अलीशा फिलिप के प्रति आभार प्रकट किया. कार्यक्रम में सुवास प्रकोष्ठ से समीक्षा अधिकारी राधा रमण, शालिनी सिंह, अतुल सागर आदि उपस्थित रहे.
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/ विद्याकांत मिश्र
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