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भागलपुर में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का ऐतिहासिक आगाज़

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भागलपुर, 4 मई . भागलपुर में रविवार को खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का आगाज तीरंदाजी स्पर्धा से हुई. बिहार में पहली बार आयोजित हो रहे खेलों के सबसे बड़े राष्ट्रीय आयोजन खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का शुभारंभ आज भव्य रूप से हुा. इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन खेलों का विधिवत उद्घाटन किया. बिहार के लिए यह आयोजन न केवल गर्व का विषय है बल्कि राज्य के खेल क्षेत्र को एक नई पहचान देने वाला क्षण भी है. इस आयोजन में देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों से 8500 से अधिक युवा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. प्रतियोगिता में कुल 28 खेलों में 2435 पदकों के लिए मुकाबले आयोजित किए जाएंगे.

पूरे राज्य में खेल भावना का माहौल है और खिलाड़ियों का उत्साह चरम पर है. खेलों की शुरुआत भागलपुर से हुई, जहां सैंडिस कंपाउंड मैदान में तीरंदाजी स्पर्धा का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता के लिए इस मैदान को भव्य रूप से सजाया गया है. देश भर से पहुंचे तीरंदाजी के खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. आंध्र प्रदेश, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, और दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन और दीव से आए प्रतिभागी खिलाड़ियों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया. खेल भावना, अनुशासन और प्रतिस्पर्धा का अद्भुत संगम इस आयोजन को खास बना रहा है.

भागलपुर में शुरू हुई तीरंदाजी प्रतियोगिता ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 को एक शानदार शुरुआत दी है. आयोजकों की बेहतरीन व्यवस्था और खिलाड़ियों की ऊर्जा ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया है. आने वाले दिनों में बिहार के विभिन्न शहरों में अन्य खेलों की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी. यह आयोजन न केवल खिलाड़ियों को मंच दे रहा है, बल्कि राज्य के खेल संस्कृति को भी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला रहा है. उधर भागलपुर खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में कला का अद्भुत संगम देखने को मिला, जब पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से आए पेंटिंग कलाकारों की टीम ने आयोजन स्थलों को अपनी खूबसूरत चित्रकारी से जीवंत कर दिया.

इस टोली का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ कलाकार गोपाल विश्वास ने बताया कि भागलपुर आकर उन्हें बेहद खुशी हुई और बिहार ने उन्हें सकारात्मक रूप से चौंका दिया है. गोपाल विश्वास ने कहा कि हमने बिहार के बारे में जो सुना था, आज की हकीकत उससे कहीं आगे है. यहां की संस्कृति, स्वच्छता और लोगों का व्यवहार अत्यंत प्रेरणादायक है. उन्होंने यह भी बताया कि उनकी टीम पिछले 25 वर्षों से पेंटिंग कला के क्षेत्र में सक्रिय है और देशभर में विभिन्न आयोजनों में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुकी है. इस बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स से जुड़े मुख्य द्वार, पंडाल और अन्य प्रमुख स्थानों पर उनकी टीम ने थीम आधारित चित्रकारी की है. जिसने खेल महोत्सव को एक अलग ही रंग दिया. उन्होंने इस अवसर के लिए आयोजकों और स्थानीय प्रशासन का धन्यवाद भी जताया. भागलपुर के नागरिकों और आगंतुकों ने भी इन कलाकृतियों की सराहना की और कलाकारों के प्रयासों की खुलकर तारीफ की.

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/ बिजय शंकर

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