भारत के मौसम में एक बार फिर उथल-पुथल मचने वाली है। Indian Meteorological Department (IMD) ने अगले पांच दिनों के लिए आठ राज्यों में भारी बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया है। यह खबर उन लोगों के लिए राहत की सांस लेकर आई है जो गर्मी की तपिश से परेशान हैं, लेकिन साथ ही यह सवाल भी उठता है कि Monsoon 2025 कब और कहां दस्तक देगा? आइए, इस खबर को गहराई से समझते हैं और जानते हैं कि आपके शहर का मौसम कैसा रहेगा।
आंधी-बारिश का अलर्ट: किन राज्यों पर रहेगी नजर?IMD के अनुसार, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में अगले पांच दिनों तक तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना है। खासकर Uttar Pradesh और Bihar में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिसके साथ बिजली और गरज-चमक की स्थिति बनेगी। IMD के वैज्ञानिक Dr. Naresh Kumar ने बताया कि यह मौसमी बदलाव एक सक्रिय Western Disturbance और Monsoon के शुरुआती संकेतों का नतीजा है। खासकर Kolkata और Bhubaneswar जैसे शहरों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
Monsoon 2025: कब और कहां होगी बारिश की एंट्री?हर साल की तरह, इस बार भी Monsoon की दस्तक का इंतजार बेसब्री से हो रहा है। IMD के ताजा अपडेट के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल में 1 जून तक पहुंच सकता है। इसके बाद, यह धीरे-धीरे Maharashtra, Odisha और West Bengal की ओर बढ़ेगा। खास बात यह है कि इस बार मॉनसून सामान्य से थोड़ा पहले और तीव्र हो सकता है। IMD के मुताबिक, जून के पहले हफ्ते में Mumbai और Pune में अच्छी बारिश की उम्मीद है, जबकि Delhi-NCR को मॉनसून के लिए जून के आखिरी हफ्ते तक इंतजार करना पड़ सकता है।
लोगों के लिए सावधानी और तैयारी जरूरीआंधी और बारिश के इस अलर्ट के बीच, लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। खासकर उन इलाकों में जहां बाढ़ का खतरा ज्यादा है, जैसे Patna और Ranchi, वहां प्रशासन ने राहत और बचाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। IMD ने सुझाव दिया है कि लोग अपने घरों की छतों को मजबूत करें, नालियों की सफाई करें और बिजली गिरने की स्थिति में पेड़ों के नीचे न खड़े हों। साथ ही, किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों को बचाने के लिए उचित कदम उठाएं।
जलवायु परिवर्तन का असर?इस बार की मौसमी हलचल ने जलवायु परिवर्तन (Climate Change) पर भी सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अनियमित बारिश और तूफान का यह पैटर्न ग्लोबल वार्मिंग का नतीजा हो सकता है। Dr. Anupam Kashyap, एक प्रसिद्ध पर्यावरणविद, ने कहा, "हमें अपने पर्यावरण को बचाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, वरना ऐसी मौसमी आपदाएं और बढ़ेंगी।" यह खबर न केवल मौसम की जानकारी देती है, बल्कि हमें पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की प्रेरणा भी देती है।
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