हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा तो हर घर की शान होता है। ये न सिर्फ पूजा का हिस्सा है, बल्कि मां लक्ष्मी का भी घर आना-जाना इसी से जुड़ा माना जाता है। रोज तुलसी को जल चढ़ाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और कभी दरिद्रता का साया नहीं आता। लेकिन दोस्तों, वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे राज छिपे हैं, जिन्हें जानना बहुत जरूरी है। अगर आपने कभी सोचा है कि तुलसी की पूजा में छोटी-मोटी गलती क्यों घर में परेशानी ला देती है, तो ये पढ़िए। आज हम बात करेंगे उन खास दिनों की, जब तुलसी में जल चढ़ाना बिल्कुल वर्जित है।
तुलसी पूजा के बेसिक नियम, जो हर घर में फॉलो करने चाहिएतुलसी को रोज सुबह जल चढ़ाना शुभ होता है, लेकिन तरीका सही होना चाहिए। वास्तु एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ज्यादा पानी डालने से पौधे की जड़ें सड़ सकती हैं, जिससे वो सूख जाए और घर में नकारात्मक ऊर्जा घुस आए। हमेशा सूर्योदय से पहले या सूर्योदय के समय ही जल अर्पित करें। इससे आपकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही, तुलसी के पास रोज सुबह-शाम दीपक जलाएं। ये छोटी-छोटी आदतें घर को देवताओं का वास बनाती हैं। लेकिन याद रखें, कुछ चीजें कभी न चढ़ाएं – जैसे दूध मिला पानी, बेलपत्र, आंवला या धतूरे के फूल। इनसे तुलसी नाराज हो जाती है और घर में दिक्कतें बढ़ जाती हैं।
ये दिन हैं खतरनाक, जल चढ़ाया तो लक्ष्मी जी रूठ जाएंगीअब आते हैं मुख्य बात पर। शास्त्रों में साफ कहा गया है कि कुछ खास दिनों पर तुलसी को छूना भी नहीं चाहिए, क्या करेंगे जल चढ़ाने का! सबसे पहले रविवार – इस दिन सूर्य देव का प्रभाव ज्यादा होता है, इसलिए तुलसी में जल चढ़ाना या पत्ते तोड़ना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और घर में आर्थिक तंगी आ सकती है।
फिर एकादशी तिथि – ये भगवान विष्णु का दिन है, और तुलसी उनकी प्रिया है। मान्यता है कि एकादशी पर तुलसी निर्जला व्रत रखती हैं, तो उन्हें पानी देना अपमान जैसा है। जल चढ़ाने से पौधा सूख सकता है और परिवार को गरीबी का सामना करना पड़ सकता है।
ग्रहण के समय भी सावधान रहें। सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान तुलसी को कभी न छुएं। इन दिनों नकारात्मक शक्तियां सक्रिय होती हैं, इसलिए जल अर्पित करने से दोष लगता है। ग्रहण के बाद भी कम से कम एक दिन इंतजार करें। गुरुवार को भी तुलसी के पत्ते न तोड़ें, वरना वरदान मिलने की बजाय श्राप लग सकता है।
तुलसी लगाने का सही समय, किस्मत खुलवाने के लिएअगर आप घर में नया तुलसी का पौधा लगाने की सोच रहे हैं, तो कार्तिक मास सबसे शुभ है। रविवार या एकादशी को कभी न लगाएं। दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाना अच्छा रहता है, खासकर अगर पास में मनी प्लांट हो तो आर्थिक समृद्धि दोगुनी हो जाती है। सूखी मंजरियां तुरंत हटा दें, वरना पौधा खराब हो सकता है। तुलसी की मिट्टी इतनी पवित्र होती है कि उसी में दोबारा पौधा लगा सकते हैं।
इन आसान टिप्स को अपनाकर आप अपने घर को सुख-समृद्धि का आशियाना बना सकते हैं। तुलसी सिर्फ पौधा नहीं, बल्कि घर की रक्षक है। तो आज से ही इन नियमों का पालन शुरू कर दें, और देखें कैसे बदलेगा आपका भाग्य!
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