Dehradun News : उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का उत्साह अपने चरम पर है। इस दौरान देहरादून पुलिस ने बाहरी राज्यों से आने वाले व्यापारियों और श्रमिकों के लिए सत्यापन को अनिवार्य कर दिया है। खासकर मसूरी में कश्मीरी मूल के व्यापारियों के साथ हाल ही में हुई एक घटना ने पुलिस को और सतर्क कर दिया है। इस लेख में हम इस घटना, पुलिस की त्वरित कार्रवाई और कश्मीरी व्यापारियों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डालेंगे।
मसूरी में कश्मीरी व्यापारी के साथ अभद्रता
हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें मसूरी के माल रोड पर तीन युवकों द्वारा एक कश्मीरी शॉल विक्रेता के साथ अभद्र व्यवहार करते देखा गया। यह वीडियो 23 अप्रैल 2025 की रात का था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून ने इस मामले का तुरंत संज्ञान लिया। जांच में पता चला कि इस घटना की कोई औपचारिक शिकायत थाने में दर्ज नहीं हुई थी। फिर भी, पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए वीडियो में दिख रहे तीनों युवकों को 25 अप्रैल 2025 को हिरासत में लिया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और संवेदनशीलता
इस घटना ने मसूरी में कश्मीरी व्यापारियों के बीच असुरक्षा की भावना पैदा की थी। इसे देखते हुए एसएसपी देहरादून ने क्षेत्राधिकारी मसूरी को निर्देश दिए कि वे कश्मीरी मूल के व्यापारियों और अन्य लोगों से संपर्क करें और उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाएं। क्षेत्राधिकारी ने मसूरी में कश्मीरी व्यापारियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस पूरी तरह प्रतिबद्ध है। व्यापारियों को निश्चिंत होकर अपना कारोबार करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
कश्मीरी व्यापारियों का मसूरी छोड़ने का दावा
एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में खबर छपी थी कि मसूरी में शॉल बेचने वाले 16 कश्मीरी व्यापारी डर के कारण मसूरी छोड़कर वापस कश्मीर चले गए। इस खबर की सत्यता जांचने के लिए एसएसपी देहरादून ने तुरंत कार्रवाई की। जांच में दो कश्मीरी व्यापारियों के संपर्क नंबर मिले, जिनसे एसएसपी ने स्वयं बात की। व्यापारियों ने बताया कि वे घूम-घूमकर शॉल बेचने का काम करते हैं और विभिन्न स्थानों पर जाते रहते हैं। उन्होंने मसूरी में किसी बड़े खतरे की बात से इनकार किया।
एसएसपी ने उन्हें देहरादून वापस आने और निश्चिंत होकर कारोबार शुरू करने का आश्वासन दिया। इसके अतिरिक्त, एसएसपी ने कुपवाड़ा (जम्मू-कश्मीर) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर कश्मीरी व्यापारियों को देहरादून में पूर्ण सुरक्षा का भरोसा दिलाने को कहा। नतीजतन, कई व्यापारियों ने जल्द ही देहरादून लौटने की सहमति जताई।
मसूरी में बढ़ाई गई पुलिस गश्त
मसूरी में कश्मीरी मूल के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने उन क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है, जहां ये लोग रहते या कारोबार करते हैं। पुलिस ने कश्मीरी दुकानदारों, फेरीवालों और मजदूरों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को समझा। अधिकांश कश्मीरी व्यापारियों ने बताया कि वे वर्षों से मसूरी में शांतिपूर्वक कारोबार कर रहे हैं और उन्हें स्थानीय लोगों से कोई परेशानी नहीं हुई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मसूरी से कश्मीरी लोगों के बड़े पैमाने पर पलायन की कोई जानकारी नहीं है।
सत्यापन अभियान और चार धाम यात्रा
चार धाम यात्रा के दौरान देहरादून पुलिस ने पूरे जिले में सत्यापन अभियान तेज कर दिया है। इस अभियान के तहत बाहरी राज्यों से आने वाले किरायेदारों, फेरीवालों और ठेले वालों का सत्यापन अनिवार्य है। देहरादून पुलिस ने स्पष्ट किया है कि बिना सत्यापन के व्यापार करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों से अपील की है कि वे अपने गृह राज्य से सत्यापन की प्रति साथ लाएं। साथ ही, पुलिस ने यह भी दोहराया कि वह बाहरी राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
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