India Weather Forecast : ठंड अब धीरे-धीरे अपना असर दिखाने लगी है। कई इलाकों में सुबह-शाम ठिठुरन महसूस हो रही है, तो वहीं कुछ जगहों पर अचानक बारिश ने लोगों को चौंकाया है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और म्यांमार तट के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।
यह सिस्टम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ सकता है। इसी बीच, पूर्वी बांग्लादेश और पूर्वोत्तर असम में चक्रवाती सर्कुलेशन भी विकसित हो रहा है। इन दोनों के असर से पश्चिमी राजस्थान में बारिश की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान बिजली चमकने और तेज आंधी चलने का खतरा भी बना हुआ है।
4 नवंबर को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 4-5 नवंबर को जगह-जगह बारिश और बर्फबारी देखने को मिलेगी। मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार को पंजाब और हरियाणा में भी हल्की बारिश हो सकती है। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 5 नवंबर तक 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं चलेंगी। यहां गरज और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है।
दक्षिण भारत में बारिश का दौर, तापमान में गिरावट
दक्षिण भारत की बात करें तो तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में 4 से 6 नवंबर तक कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। कर्नाटक में 5 से 7 नवंबर तक मौसम ऐसा ही रहेगा। इन इलाकों में तापमान में 2-4 डिग्री की गिरावट आ सकती है। पूर्वी भारत में भी अगले तीन दिनों में 2-3 डिग्री की कमी देखी जा सकती है।
कश्मीर घाटी में बर्फबारी और बारिश
कश्मीर घाटी में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलने वाला है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में बर्फबारी और बारिश का अनुमान लगाया है। किसानों को 4 नवंबर को खेतों में काम रोकने की सलाह दी गई है। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि घाटी के मैदानी इलाकों में 4-5 नवंबर को मध्यम बारिश और हल्की बर्फबारी हो सकती है।
जम्मू में 4 नवंबर शाम से 5 नवंबर सुबह तक छिटपुट बारिश की संभावना है। मंगलवार शाम को घाटी के कुछ हिस्सों में गरज के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज हवाएं चल सकती हैं। अच्छी खबर यह है कि 6 से 15 नवंबर तक मौसम फिर से सूखा रह सकता है।
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